मूंगा रत्न के फायदे: शारीरिक ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि का सरल उपाय

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मूंगा रत्न और इसकी विशेषताएँ। Moonga Ratna – Munga Ratna

मूंगा रत्न । munga ratna

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मूंगा रत्न (Coral) एक महत्वपूर्ण रत्न माना जाता है जो नवग्रहों के साथ जुड़ा हुआ है। यह रत्न मंगल ग्रह (मार्स) से संबंधित होता है और इसे मंगल के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है। मंगल ग्रह शक्ति, उत्साह, प्रवृत्ति, और प्रेरणा के प्रतीक माना जाता है। मूंगा का धारण मंगल के शुभ गुणों को बढ़ावा देता है।

यह रत्न मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करने में मदद कर सकता है। मूंगा का मंगल ग्रह के दोषों का निवारण करने और मंगल के शुभ गुणों को प्राप्त करने के लिए भी किया जाता है। मूंगा का रंग लाल होता है। मूंगा समुद्री कॉरल (समुद्री मूंगा) के रूप में भी जाना जाता है। यह रत्न कोरल के संरक्षणधर्मी और प्राणियों के आवास से निकलता है जो समुद्री कॉरल की रेखाओं के रूप में ज्ञात होते हैं।

मूंगा रत्न में जीवंत जीवों की रेखाएं अंतर्भूत होती हैं, जिन्हें सीप कहा जाता है। ये सीप कोशिकाएं एक विशेष प्रकार के कैल्शियम कार्बोनेट से बनी होती हैं। मूंगा रत्न धातु नहीं होता है, बल्कि यह एक स्केलिंग जीव होता है जिसे कॉरल जीव के निशान भी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार, मूंगा की उत्पत्ति मंगल ग्रह के प्रभाव और समुद्र के तटों के पास के क्षेत्रों में होती है। इसे समुद्री जीवों के प्राकृतिक प्रोसेस के माध्यम से प्राप्त किया जाता है।

यह मूंगा सभी रत्नों में सबसे उच्च कोटि का माना जाता है। यह रत्न समुद्र में अन्दर कई फीट नीचे गहरी चट्टानों के अन्दर पाया जाता है। ज्यादातर इसत्न को 6 से 7 सौ फीट नीचे पाया जाता है और यह रत्न एक विशेष प्रकार के जन्तुओं के माध्यम से बनाया जाता है। इस रत्न को बनाने वाले जन्तुओं के घरों को आइसिस नोबाइल्स या मूंगा की बेल भी कहते हैं। यह रत्न मंगल गृह का प्रतिरूप माना जाता है। सुमुद्र में पाया जाने वाला यह रत्न जिसकी लम्बाई 2 से 3 फीट तथा चौड़ाई 0.5 से 1 इंच तक होती है।



इस लेख में आपको इन सबके उत्तर मिलेंगे

  • मूंगा रत्न के नुकसान
  • तिकोना मूंगा के फायदे
  • सफेद मूंगा के फायदे
  • मूंगा रत्न की कीमत क्या है
  • मूंगा रत्न किस राशि के लिए
  • रत्न पहनने के नुकसान
  • मूंगा किस उंगली में पहने
  • मूंगा और पुखराज एक साथ पहनने के लाभ
  • मूंगा रत्न पहनने की विधि

भिन्न रत्नों के बारे में पढ़े


मूंगा रत्न कि तकनीकी विज्ञान। Moonga Ratna ki Visheshta

यह मूंगा समुद्र की गहराई पर चट्टानों के नीचे पाया जाता है। यह मूंगा रत्न एक प्रकार से कैल्शियम कार्बोनेट है। इस रत्न का रासायनिक सूत्र (CaCO3) है। इस रत्न कि कठोरता मोहस स्केल के द्वारा नापने पर 3.5 से 4 तक होती है। इस मूंगा रत्न कि जो अपवर्तन सूचकांक की सीमा होती है वो 1.486 से 1.658 तक के बीच में होती है तथा इस रत्न का घनत्व 2.65 होता है।

इस रत्न कि जो ख़ास पहचान है वो है इसका लाल रंग। इस रत्न का उपयोग महंगे जवाहरात बनाने में किया जाता है। रत्नों में भी क्वालिटी होती है वैसे ही यह मूंगा रत्न श्रीलंका में अपनी सबसे अच्छी क्यालिटी के लिए मशहूर है। इस कारण इस रत्न कि बाजार में बहुत ज्यादा डिमांड होती है। और यह अमेरिका, ब्राजील तथा भारत में भी पाया जाता है। 


मूंगा रत्न के फायदे। Coral Benefits । Moonga Ratna ke Fayde । Munga ke Fayde

मूंगा रत्न का स्वामी मंगल है और इस रत्न को मंगल ग्रह का प्रति रूप भी कहा जाता है। इस रत्न को कार्यों को पूरा तथा उर्जा प्राप्त करने के लिए भी जाना जाता है। मूंगा जातक के मांगलिक दोष के निवारण के लिए भी काम आता है पर आपको यह जानना बेहद जरूरी होगा की आपकी जन्मकुंडली में मांगलिक दोष है या योग। इसी प्रकार मूंगा रत्न के फायदे लाभ नीचे बिन्दुओं में दिये गए हैं जो कुछ इस प्रकार हैं


करियर में सहायता:

मूंगा रत्न पहनने से व्यक्ति की ऊर्जा और स्वास्थ्य में सुधार होता है, जिससे उसकी कार्य क्षमता बढ़ती है। यह रत्न व्यक्ति को नई ऊर्जा देता है और उसके करियर में नई दिशाएं खोलता है।

विवाह सम्बंधी समस्याओं में सहायता:

मंगल ग्रह का प्रभाव विवाह जीवन पर भी होता है। मूंगा रत्न धारण करने से मंगल दोष कम होता है, जिससे विवाह सम्बंधी समस्याएं दूर होती हैं।

स्वास्थ्य लाभ:

मूंगा रत्न पहनने से रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

मानसिक स्थिरता:

मूंगा रत्न धारण करने से व्यक्ति के मन की स्थिरता बढ़ती है और उसे आत्मविश्वास मिलता है।

ऊर्जा की वृद्धि:

मूंगा रत्न पहनने से व्यक्ति की ऊर्जा बढ़ती है, जिससे वह अपने दैनिक कार्यों को अधिक कुशलता से कर सकता है।

आत्मविश्वास:

मूंगा रत्न धारण करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है, जिससे वह अपने जीवन की चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकता है।

भाग्योदय:

मूंगा रत्न पहनने से व्यक्ति के भाग्य में सुधार होता है और उसे नई अवसर मिलते हैं।

संबंधों में सुधार:

मूंगा रत्न धारण करने से व्यक्ति के व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों में सुधार होता है।

आर्थिक स्थिरता:

मूंगा रत्न पहनने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और उसे आर्थिक स्थिरता मिलती है।

शारीरिक स्वास्थ्य:

मूंगा रत्न धारण करने से व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और उसे नई ऊर्जा मिलती है।

आत्मनिर्भरता:

मूंगा रत्न धारण करने से व्यक्ति आत्मनिर्भर होता है और उसे अपने जीवन के निर्णय लेने में सहायता मिलती है।


मूंगा रत्न के नुकसान। Moonga Ratna ke Nuksan | Munga ke Nuksan

वैदिक ज्योतिष के अनुसार यदि मूंगा रत्न जातक गलत विधि या अपनी मर्जी अनुसार पहनता है तो उसे अपने जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में क्या नुकसान होंगे जो कुछ इस प्रकार है- 

  • स्वास्थ्य समस्याएं: कुछ जातकों को मूंगा रत्न के धारण से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे मांसपेशियों की कमजोरी, त्वचा रोग, एलर्जी और नसों में समस्याएं।
  • विवाहित जीवन में समस्याएं: कुछ जातकों को मूंगा रत्न के धारण से विवाहित जीवन में समस्याएं हो सकती हैं, जैसे पति-पत्नी के बीच मतभेद, पारिवारिक मुद्दे, और दंपति के बीच संबंधों में तनाव।
  • मानसिक समस्याएं: कुछ लोगों को मूंगा रत्न के धारण से मानसिक समस्याएं हो सकती हैं, जैसे अधिक चिंता, उदासी, अस्थिरता, और निद्रा संबंधी समस्याएं।
  • धन संबंधी परेशानियाँ: कुछ जातकों को मूंगा रत्न के धारण से धन संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं, जैसे वित्तीय संकट, अर्थिक हानि, और धन के नुकसान।
  • प्राकृतिक आपदाएं: कुछ जातकों को मूंगा रत्न के धारण से प्राकृतिक आपदाएं हो सकती हैं, जैसे आग, बाढ़, आपदा, और अस्थायी नुकसान।

मूंगा रत्न कितने रत्ती का पहनना चाहिए। Moonga Ratna kitne Ratti ka Hone Chahiye

जातक को यह मूंगा कम से कम 5 रत्ती का पहनना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा 9 रत्ती का ही धारण करना चाहिए। यह रत्न सबसे ज्यादा तब फायदा करता है जब व्यक्ति इस मूंगा को सोने या चांदी की किसी धातु में ढलवाकर पहनता है क्यूंकि यह रत्न मंगल का रत्न है और सोना तथा चांदी मंगल ग्रह से सम्बन्धित धातुएं हैं। मूंगा रत्न मंगलवार के दिन ही पहनना शुभ माना जाता है।


मूंगा रत्न पहनने कि विधि। मूंगा धारण विधि। Moonga ki dharan vidhi

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि जातक मूंगा रत्न को विधि पूर्वक धारण करता है तो उसके उसे कई सारे लाभ मिलते हैं परंतु यदि गलत विधि या गलत तरीके से धारण करता है तो इसके कई नुकसान होते हैं, इसलिए मूंगा रत्न धारण करने से पहले सही विधि जानना जरूरी होगा। मूंगा रत्न कि सामान्य धारण करने कि विधि निम्नलिखित कुछ इस प्रकार है-

  1. इसको सबसे पहले गाय के कच्चे दूध में या गंगाजल से धोकर पूरी रात उसी में डूबा रहने दें क्यूंकि जब इसे पूरी रात व्यक्ति गंगाजल या दूध में डुबोकर रखेगा तो इस रत्न में जो अशुद्धियां होंगी बो सारी खत्म हो जाएंगी और रत्न पूर्ण रूप से शुद्ध हो जाएगा। 
  1. जब भी व्यक्ति मूंगा धारण करे तो वह ये जानले की मंगलवार के अलावा और कोई दिन तो नहीं है क्यूंकि मंगलवार के दिन इस रत्न को धारण करना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है वो इसलिए क्यूंकि यह मंगल ग्रह का रत्न है और मंगलवार को इस रत्न को धारण करने से इसके व्यक्ति को सारे अच्छे प्रभाव मिलते है।
  1. जब व्यक्ति इसको पहने तब व्यक्ति को किसी लाल रंग के कपड़े के ऊपर अपना आसन ग्रहण करना चाहिए। और उसे धातु से बनी अंगूठी को भी लाल कपड़े के ऊपर रखना चाहिए। और फिर उस कपड़े के ऊपर कुछ पुष्प रखकर अगरबत्ती जलाए। 
  1. इसके बाद व्यक्ति को ” ॐ भौं भौमाय नमः “ मंत्र का 108 बार जाप करें इसके बाद व्यक्ति इस अंगूठी को अपने दाएं हांथ कि अनामिका अंगुली में धारण कर ले और इस अंगूठी को गन्दा ना होने दे इस रोज साफ करते रहें ताकि आपको इस रत्न के अच्छे परिणाम ही मिलें। 

यदि जातक बताई गई विधि के अनुसार मूंगा धारण कर लेता है तो उसे इसके शुभ प्रभाव जल्द ही देखने को मिलेंगे और वह अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करेगा।  


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मूंगा रत्न का 12 राशियों पर प्रभाव । Moonga Ratna ka Prabhav 12 Rashi par

इस ब्रह्माण्ड में पाए जाने वाले सभी रत्नों का 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है ऐसे ही मूंगा का सभी 12 राशियों पर प्रभाव कुछ इस प्रकार है। 


मेष राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Mesh Rashi Par  
मूंगा रत्न

मेष राशि का स्वामी मंगल होता है और इस राशि का जातक यदि मूंगा धारण कर लेता है तो यह मूंगा व्यक्ति को फायदा देगा। क्यूंकि यह रत्न मंगल का रत्न होता है। इसलिए इस राशि के जातकों के लिए यह रत्न अत्यधिक फायदेमंद होगा ऐसे में  इस राशि के जातक इस रत्न को अवश्य धारण कर सकते है। 


वृषभ राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Vrishabh Rashi Par 
मूंगा रत्न

इस राशि के जातकों के लिए यह मूंगा शुभ नहीं होता इसलिए इस राशि के लोग यह रत्न ना पहने क्यूंकि यदि इस राशि का व्यक्ति इसे धारण भी कर लेता है तो उसे इसके कुछ भी फायदे नहीं होंगे तथा व्यक्ति का बहुत लॉस हो जाएगा। 


मिथुन राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Mithun Rashi Par
मूंगा रत्न

जब भी इस राशि का जातक मूंगा धारण करे तो उससे पहले वह व्यक्ति किसी अनुभवी ज्योतिष आचार्य से परामर्श ले की व्यक्ति यह रत्न पहन सकता है या नही। हमारे ज्योतिष आचार्य के हिसाब से इस राशि के लोग मूंगा नही पहन सकते। 


कर्क राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Karak Rashi Par 
मूंगा रत्न

इस राशि के लोग इस मूंगा को आसानी से धारण कर सकते है क्यूंकि इस राशि के स्वामी चन्द्र का मूंगा के स्वामी मंगल के साथ अच्छा व्यवहार रखते है इसलिए इस राशि के जातकों के लिए यह मूंगा अत्यधिक फायदेमंद होगा तथा इस राशि के जातक यह रत्न धारण कर सकते है। 


सिंह राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Simha Rashi Par
मूंगा रत्न

इस राशि के लोगो के लिए यह रत्न काफी योग कारक यानी लाभदायक है क्यूंकि इस राशि के लोगो के उपर मूंगा के स्वामी मंगल गृह योग का कारक होता है। इसलिए इस राशि के लोग यह रत्न अवश्य धारण कर सकते है।


कन्या राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Kanya Rashi Par 
मूंगा रत्न

इस राशि के जातक मूंगा नही धारण कर सकते क्यूंकि यह मूंगा इस राशि के जातकों के लिए लाभदायक नही होता।

इसलिए ऐसे में इस राशि के जातक यह रत्न पहनने की गलती न करें।


तुला राशि के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Tula Rashi Par
मूंगा रत्न

इस राशि के लोगों को भी मूंगा नही पहनना चाहिये क्यूंकि यह रत्न इस राशि के व्यक्तियों को बर्वादी की ओर ले जाता है।

इसलिए इस राशि के जातक यह रत्न न धारण करें। 


वृश्चिक राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Vrischik Rashi Par 
मूंगा रत्न

इस राशि के जातक मूंगा धारण कर सकते है। लेकिन कुछ विशेष परिस्थिति में क्यूंकि यह मूंगा व्यक्ति को किसी विशेष परेशानी से बचने में साहयता कर सकता है। लेकिन इस राशि के व्यक्ति इस मूंगा को धन संपत्ति आदि को बढ़ाने के लिए धारण करेंगे तो उन्हें लॉस होगा इसलिए इस राशि के जातक मूंगा किसी विशेष परिस्थिति में ही पहनें। 


धनु राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Dhanu Rashi Par
मूंगा रत्न

इस राशि के जातक मूंगा नही पहन सकते है हाँ पहन सकते हैं केवल वे लोग जो उच्च रक्त चाप बिमारी से ग्रषित है क्यूंकि यह मूंगा उन व्यक्तियों को इस बिमारी से लड़ने में साहयता देगा परन्तु इस बीमारी के अलावा और कोई व्यक्ति इसे ना पहने अन्यथा उस नुकसान हो सकता है। 


मकर राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Makar Rashi Par
मूंगा रत्न

इस राशि के व्यक्तियों को तो मूंगा बिलकुल भी नही पहनना चाहिये। क्यूंकि अगर इस राशि के लोग मूंगा रत्न पहनते है तो उन्हें हर काम में नुकसान होगा इसलिए इस राशि के लोगों को मूंगा नहीं पहनना चाहिए।  


कुंभ राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Kumbh Rashi Par
मूंगा रत्न

इस राशि के लोगों को भी इस मूंगा को किसी विशेष परिस्थिति में धारण करना चाहिये अन्यथा नही करना चाहिये।

यदि इस राह के व्यक्ति मूंगा धारण भी करते है तो उन्हें उसके फायदे नहीं मिलेंगे इसलिए इस राशि के लोग मूंगा ना धारण करें। 


मीन राशि के जातक के लिए मूंगा रत्न । Moonga Ratna ka Prabhav Meen Rashi Par
मूंगा रत्न

इस राशि के लोगों के लिए मूंगा बहुत फायदेमंद होता है इसलिए इस राशि के जातक मूंगा धारण कर सकते है और अपने जीवन में हो रहीं सभी समस्याओं को खत्म कर सकते है।

जिसके लिए आप व्यक्तिगत रूप से उपाय लेने के लिए ज्योतिष परामर्श ले सकते हैं।  


मूंगा रत्न का असली या नकली होना। Moonga Ratna ki Asli Nakli Pehchan 

आज के समय में पाए जाने वाले रत्न असली बहुत कम मिलते है क्यूंकि आज के युग में नकली एवं डुप्लीकेट रत्न ज्यादा मिलते हैं इसी कारण व्यक्ति को रत्न के फायदे नहीं होते है। इसलिए मूंगा व्यक्ति जब भी खरीदे तो वह इसकी पहचान कर ले ताकि उसे रत्न के फायदे मिल सकें। मैं आपको नीचे दिए गए बिंदुओं में बताऊंगा कि आप मूंगा को कैसे पहचानें की रत्न असली है या नकली।

  • जब व्यक्ति मूंगा ले तो वह असली या नकली की पहचान करने के लिए इस मूंगा को दूध में डाल दें और यदि रंग लाल हो जाय तो समझो मूंगा असली है। यदि किसी और रंग का होता है या सफ़ेद ही रहता है तो वह रत्न नकली होगा।
  • मूंगा को दूध में डालने पर रत्न के अन्दर से निकलने वाली विकिरण किरने दूध में मिल जाती है। जिससे दूध का रंग लाल दिखाई देने लगता है लेकिन जब मूंगा दूध से बहार निकालोगे तो उसका रंग फिर से सफ़ेद हो जायगा।
  • जब मूंगा असली होता है तो हम उसे अगर किसी काँच के टुकड़े पर रगड़ते है तो उसमे बिलकुल आवाज नही होती लेकिन यदि रत्न नकली है तो उसे शीशे पर रगड़ने से बहुत तेज आवाज होती है।
  • मूंगा को किसी सफ़ेद कपडे के उपर रखें और फिर उसपर कोई एक प्रकाश किरण डालें प्रकाश किरण डालने के बाद आवर्धन लेंश की साहयता से इसकी जांच करें  अगर रत्न असली है तो उसकी सतह एक सामान दिखाई देगी लेकिन यदि रत्न नकली है तो उसकी सतह पर दाने से निकले हुए दिखाई देंगे।
  • मूंगा को पहचानने का सबसे आसान तरीका यह है की एक हल्दी की गांठ ले और उसके उपर रत्न को कस के रगड़ें रगड़ने के पश्चात यदि हल्दी का रंग लाल हो जाता है तो यह असली मूंगा होगा और अगर हल्दी के रंग में कोई परिवेर्तन नही होता है तो वह नकली मूंगा होगा।

मूंगा रत्न के विकल्प उपरत्न। Moonga Ratna ke upratna

इस पूरी दुनिया में पाय जाने वाले हर एक रत्न का उपरत्न पाया जाता है इसी के साथ इस मूंगा के भी उपरत्न हम आपको नीचे दिए गय बिन्दुओं में बतायंगे।

  • मूंगा का उपरत्न ठीक मूंगा की तरह दिखता है इस उपरत्न में मूंगा की तरह एक विशेष चमक होती है जिसका नाम लाल हकीक होता है इस उपरत्न को भी धरण करने से व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है क्यूंकि यह उपरत्न भी मूंगा की तरह काम करता है।
  • इस रत्न का दूसरा उपरत्न जिसका नाम तामडा तथा जिसे संग सितारा भी कहा जाता है यह भी एक ऐसा उपरत्न है जो की मूंगा के सामान अपना प्रभाव दिखाता है  जो की मूंगा रत्न से कम कीमत का भी होता है जिसे व्यक्ति आसानी से खरीदा जा सकता है।

मूंगा रत्न से साबधानियाँ । Moonga Ratna ki Savdhaniya

यदि जातक मूंगा धारण करता है तो उसे इस रत्न से संबन्धित सभी सावधानियों का विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि जरा सी गलती बड़ा नुकसान दे सकती है। तो जानते हैं मूंगा धारण करते समय क्या-क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए?

  1. ज्योतिषीय परामर्श: एक विशेषज्ञ ज्योतिषी की सलाह लें और अपनी जन्मकुंडली के आधार पर यह जांचें कि क्या आपके लिए मूंगा रत्न धारण करना उपयुक्त है।
  2. असली और प्राकृतिक रत्न: सुनिश्चित करें कि आपके पास वास्तविक मूंगा रत्न है और यह प्रमाणित रत्न विक्रेता द्वारा पुष्टि किया गया है।
  3. धारण की विधि: मूंगा रत्न को सही ढंग से धारण करें। अपने ज्योतिषी से सही धारणा विधि और समय की सलाह लें।
  4. समय पर जांचबाल: नियमित अंतराल पर अपना मूंगा रत्न जांचबाल करवाएं और उसकी सफाई और संरक्षण का ध्यान रखें।
  5. धैर्य रखें: धारणा के लिए रत्न को चुनने से पहले अपने मन में स्थिरता और धैर्य बनाए रखें। किसी भी धारणा से पहले अपनी भावनाओं को समझें और संतुलित निर्णय लें।