मोती रत्न से नुकसान। मोती रत्न से हानि। Moti ke nuksan
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति जब किसी रत्न को धारण करता है तो उसके कहीं न कहीं नुकसान जरूर होते हैं जो गलत तरीके से धारण करने पर जातक को उनका सामना करना पड़ता हैं। मोती रत्न के नुकसान जो कुछ इस प्रकार है-
- मोती रत्न के नकारात्मक प्रभाव से जातक को सबसे ज्यादा मानसिक तनाव और बीमारी का खतरा होता है। इसके गलत प्रभाव से जातक को गुस्सा अधिक आता है, जिससे वह छोटी सी बात पर भड़क उठता है। ( मोती रत्न के नुकसान )
- जन्म कुंडली मे चन्द्र मजबूत स्थिति मे होता है फिर भी लोग मोती धारण कर लेते है तब उन्हे इसके बुरे प्रभाव सहने पड़ते हैं। जिसके कारण जातक को शिक्षा के क्षेत्र में तमाम सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ( मोती रत्न के नुकसान )
- यदि जातक मोती से संबन्धित धातु में रत्न धारण नही करता है तो उसे पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मोती रत्न के नकारात्मक प्रभाव से जातक के अपने घर के सदस्यों के साथ संबंध खराब होने लगते हैं। ( मोती रत्न के नुकसान )
- यदि मोती आपकी कुंडली के अनुसार सही नही है और आपने धारण कर लिया तो यह मोती हानिकारक हो सकता है। जिससे जातक को अपने वैवाहिक जीवन में तनाव और गलतफहमियाँ उत्पन्न होती दिखाई देंगी जो आपसी मतभेद का कारण बनेंगी।
- मोती रत्न के प्रभाव से आपको प्रेम संबंध में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मोती प्रेम जीवन में नकारात्मक्ता उत्पन्न कर सकता है जिसके कारण आपके और आपके प्रेमी/प्रेमिका के बीच संबंध खरब हो सकते हैं। एक दूसरे के बीच स्नेह कम हो सकता है। मोती रत्न के नुकसान आपको बहुत हानि पाहुचा सकते हैं।
- इसके नकारात्मक प्रभाव से जातक को पारिवारिक कलह का सामना करना पड़ सकता है। यह परिवार में आपसी मतभेद तथा लड़ाई-झगड़ों का कारण बन सकता है। इसके प्रभाव से घर में माता-पिता के स्वास्थ्य में कमी आ सकती है जिसके कारण तनाव उत्पन्न हो सकता है। ( मोती रत्न के नुकसान )
- मोती रत्न के नुकसान जातक को राजा से रंक बना सकते हैं। जिसके कारण जातक को अपने पारिवारिक, वैवाहिक, प्रेम, व्यापारिक आदि जीवन के सभी क्षेत्रों में तनाव और मानसिक थकान का सामना करना पड़ सकता है। ( मोती रत्न के नुकसान )
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मोती रत्न का 12 राशियों पर प्रभाव। Moti Ratna ka 12 Rashi par Prabhav
मोती रत्न का 12 राशियों पर क्या प्रभाव रहता है और किस राशि के जातक के लिए मोती अच्छा होता है किसके लिए गलत यह आपको सभी 12 राशियों के बारे में बताया गया है। जो कुछ इस प्रकार है।
12 राशियों का वार्षिक राशिफल 2024
मेष राशिफल 2024 | वृषभ राशिफल 2024 | मिथुन राशिफल 2024 | कर्क राशिफल 2024 |
सिंह राशिफल 2024 | कन्या राशिफल 2024 | तुला राशिफल 2024 | वृश्चिक राशिफल 2024 |
धनु राशिफल 2024 | मकर राशिफल 2024 | कुम्भ राशिफल 2024 | मीन राशिफल 2024 |
मेष राशि के लिए मोती रत्न। Mesh ke liye Moti Ratna
मेष राशि के जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा चौथे घर का मालिक होता है, और ये स्थान इस राशि के लोगों के लिए शुभ है एवं इसका संबंध माता, भूमि, भवन, वाहन और सुख से होता है, अतः मेष राशि वाले जातकों को मोती धारण करना चाहिए मोती धारण करने से मेष राशि के जातकों को इन विषयों के शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
वृषभ राशि के लिए मोती रत्न। Vrishabh ke liye Moti Ratna
वृषभ राशि के लग्न स्थान वाले जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा तीसरे घर का स्वामी होता है जो कि अकारक है, यदि वृषभ राशि के जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा लग्न में न बैठा हो तो वृषभ राशि वाले जातकों को मोती रत्न के नुकसान से बचने के लिए मोती नहीं पहनना चाहिए, मोती पहनने से भाई-बहनों से संबंध खराब हो जायेंगे और इस राशि वाले लोगों के साथ कुछ बुरा भी हो सकता है।
मिथुन राशि के लिए मोती रत्न। Mithun ke liye Moti Ratan
मिथुन लग्न वाले जातकों की कुंडली में चंद्रमा दूसरे घर का स्वामी होता है, जो कि मारकेज़ है, अतः मिथुन राशि वाले जातकों को मोती नहीं पहनना चाहिए, यदि मोती पहनेंगे तो मोती रत्न के नुकसान के कारण आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही शारीरिक परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है।
कर्क राशि के लिए मोती रत्न। Karak ke liye Moti Ratna
कर्क राशि के जातकों की जन्म कुंडली में ग्रह का स्वामी चंद्रमा होता है और लग्न का भी स्वामी चंद्रमा होता है, शरीर का भी स्वामी चंद्रमा है अतः कर्क राशि वाले जातकों को मोती अवश्य ही पहनना चाहिए, इससे आपका मन और शरीर का मेल बहुत ही अच्छा हो जायेगा जिससे आपके मन का शरीर के साथ ताल्लुक अच्छा रहेगा और जिससे आप चीज़ें बेहतर दिशा में ले जा पायेंगे इसलिए मोती रत्न कर्क राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ होगा।
सिंह राशि के लिए मोती रत्न। Singh ke liye Moti Ratan
सिंह राशि वाले जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा बारहवें घर का स्वामी होता है, अतः सिंह राशि वाले जातकों को मोती नहीं पहनना चाहिए, यदि आप मोती पहनेंगे तो आपको भारी ख़र्चों का सामना करना पड़ेगा और साथ ही सर्दी, जुकाम, जकड़न, ये सब समस्याएं भी आपको हो सकती हैं।
कन्या राशि के लिए मोती रत्न। Kanya ke liye Moti Ratna
कन्या राशि वाले जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा ग्यारहवें स्थान का स्वामी होता है , जो कि कर्क राशि के लोगों के लिए अकारक स्थान है अतः कन्या राशि वाले जातकों को मोती नहीं पहनना चाहिए , यदि आप मोती पहनेंगे तो हो सकता है अचानक आपकी आमदनी बढ़ जाये , परन्तु जो मुश्किलें आयेगी वो उस आमदनी से कहीं ज्यादा परेशानी देने वाली होंगी , इसलिए आप मोती न ही पहनें , तो अच्छा है।
तुला राशि के लिए मोती रत्न। Tula ke liye Moti Ratna
तुला राशि वाले जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा दसवें घर का स्वामी होता , जो कि करियर और पिता का स्थान होता है, अतः तुला राशि वाले जातकों को मोती अवश्य ही धारण करना चाहिए, मोती पहनने से पिता को फायदा होगा और आपका करियर भी बेहतर हो जायगा।
वृश्चिक राशि के लिए मोती रत्न। Vrischik ke liye Moti Ratna
वृश्चिक लग्न वाले जातकों की कुंडली में चंद्रमा भाग्य स्थान का स्वामी है, लेकिन यहां एक विडंबना है कि चंद्रमा इसी राशि में यानी वृश्चिक राशि में नीच का हो जाता है, इसलिए वृश्चिक राशि वाले जातकों को मोती तो पहनना चाहिए परन्तु इसके साथ ही चंद्रमा का यंत्र भी पहनना चाहिए , बिना चन्द्र यंत्र के मोती रत्न के नुकसान से बचने के लिए नहीं पहनना चाहिए , क्योंकि चन्द्र यंत्र चंद्रमा के नीचत्व को रोकेगा और मोती आपके भाग्य को बढ़ायेगा।
धनु राशि के लिए मोती रत्न। Dhanu ke liye Moti Ratna
धनु राशि वाले जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा आठवें घर का स्वामी होता है, यानी कि अष्टमेश है और धनु राशि मे अष्टमेश अशुभ माना जाता है, इसलिए धनु राशि वाले जातकों को मोती रत्न के नुकसान से बचने के लिए मोती नहीं पहनना चाहिए, परन्तु यदि आपने मोती पहन लिया तो आपको बुरे-बुरे सपने आयेंगे और आपका मन भी दुःखी रहेगा।
मकर राशि के लिए मोती रत्न। Makar ke liye Moti Ratna
मकर राशि वाले जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा सातवें घर का स्वामी होता है, और सातवें घर को सप्तमेश भी कहते हैं और मकर राशि मे सप्तमेश मारकेज़ होता है, इसलिए मकर राशि के जातकों को मोती रत्न के नुकसान से बचने के लिए मोती नहीं पहनना चाहिए, यदि आप मोती पहनेंगे तो आपके मन में गलत ख्याल आयेंगे, इसलिए आपको मोती से जितना हो सके बचना चाहिए।
कुंभ राशि के लिए मोती रत्न। Kumbh ke liye Moti Ratna
कुंभ राशि वाले जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा छठे घर का स्वामी होता है , जो कि इस राशि के लिए अकारक माना जाता है , इसलिए यदि आप मोती पहनेंगे तो आपको सर्दी , जुकाम , नजला तो होगा ही और साथ ही आपके दोस्त भी दुश्मन बन जायेंगे इसलिए मोती रत्न के नुकसान से बचने के लिए मोती आपको बिलकुल नही पहनना चाहिए अन्यथा आपको अपने पागल पन का सामना भी करना पड़ सकता है ।
मीन राशि के लिए मोती रत्न। Meen ke liye Moti Ratna
मीन राशि वाले जातकों की कुंडली में चंद्रमा पांचवें घर का मालिक होता है, और ये स्थान इस राशि के लिए शुभ होता है अतः मीन राशि के जातकों को मोती अवश्य पहनना चाहिए, मोती पहनने से अगर आपके संतान नहीं है तो संतान हो जाएगी और अगर संतान है तो संतान की उन्नति होगी और अगर आप विद्यार्थी हैं तो आपको मोती पहनने से नौकरी पाने मे सफलता मिलेगी।
[ एक विशेष सूचना – हम सभी जातकों से यही कहना चाहेंगे की जब भी मोती रत्न या अन्य कोई रत्न धारण करे तो उससे पहले वह अपने किसी अनुभवी ज्योतिष आचार्य से परामर्श अवश्य ले। ] मोती रत्न के नुकसान
मोती रत्न के विकल्प उपरत्न। Moti Ratna ka Upratan
इस पूरी दुनिया में पाए जाने वाले हर एक रत्न का उपरत्न पाया जाता है इसी के साथ इस मोती रत्न के भी उपरत्न हम आपको नीचे दिए गए बिंदुओं में बताएँगे। इस मोती रत्न के पाँच उपरत्न होते है।
मोती का उपरत्न- ओपल (Opal)
ओपल एक पत्थर है जो की अपने प्रभाव के कारण गृहस्थ के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है। चूंकि यह एक अतिसात्विकतादायक रत्न है एवं यह गृहस्थ जीव को काम, क्रोध, मोह आदि से विरक्त करके गृस्थि के प्रति उदासीन एवं वैरागी तक बना देता है। अतः समृद्धि, कामी एवं सांसारिक सुख की चाहत रखने वाले व्यक्ति को ओपल पत्थर का प्रयोग वर्जित है। यह आध्यात्मिक विचारधारा वालों के लिए अति उपयुक्त सिद्ध होता है।
मोती का उपरत्न- मुक्ताशुक्ति (Muktashukti)
मोती रत्न का उपरत्न मुक्ताशुक्ति में केवल मोती की सतरंगी आभा होती है। इसे आभूषणों को सजाने में, लाकेट, बटन आदि के रूप में प्रयुक्त किया जाता है।
मोती का उपरत्न- सूर्याश्म (Suryashm)
सूर्याश्म एक पत्थर है जो हल्की लाल-पीली आभा से युक्त होता है। इसे भी मोती के पूरक-रूप में पहनते हैं। कुछ लोग इसे सूर्य मणि भी कहते हैं, पर यह उनका भ्रम है। सूर्य मणि वस्तुतः वह रत्न है जिसे माणिक्य के संदर्भ में लालड़ी नाम से जाना जाता है।
मोती का उपरत्न- चन्द्रकान्त (Chandrakanta)
चन्द्रकान्त को मूनस्टोन भी कहते हैं। यह भी परम प्रभावी तथा मोती का श्रेष्ठ पूरक माना गया है मोती का सबसे अच्छा, सस्ता और प्रभावी उपरत्न चन्द्रकान्त ही है। जिसका रंग दूधिया, पीला, गुलाबी एवं नीले रंग की आभा में प्राप्त होता है।