शनि गोचर 2023 | Shani Gochar 2023

शनि गोचर 2023 । Shani Gochar 2023 Saturn transit 2023

शनि गोचर 2023 Shani Gochar 2023

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वर्ष 2023 में होने वाला शनि गोचर आपके जीवन के क्या बदलाव लेकर आने वाला है और आपके जीवन में क्या अच्छा होगा क्या बुरा यह हम आपको इस लेख में बताएँगे। शनि गोचर 2023 अपने परिवर्तन के अनुसार सभी 12 राशियों पर क्या-क्या प्रभाव दिखाएगा यह जानकारी भी आपको सटीक और साधारण शब्दों में प्राप्त होगी। हमारे अनुभवी ज्योतिष आचार्य दीपांशु सिंह जी ने होने वाले शनि गोचर 2023 की ज्योतिष शास्त्र की मदद से पूरी गणना की और उसके आधार पर सभी राशियों पर शनि गोचर का कैसा प्रभाव रहेगा वो बताया गया है।




शनि गोचर 2023 का प्रभाव । Effect Of Shani transit 2023

शनि गोचर राशिफल 2023

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को सभी ग्रहों में सबसे उत्तम ग्रह माना गया है क्योंकि शनि देव कर्मों के अनुसार फल देते हैं जिसके कारण इन्हे कर्म फल दाता भी कहा जाता है। शनि देव को सबसे निर्दयी ग्रह भी बताया गया है क्योंकि शनि देव कर्मों के अनुसार दया करते है। ज्योतिषीय मतानुसार जब किसी जातक की जन्म कुंडली में शनि ग्रह अशुभ अथवा नीच स्थिति में होता है तो वह जातक को दरिद्रता, जीवन में नीचे गिराने, कार्यों में असफलता, विवाह में देरी, शिक्षा के क्षेत्र में विफल, नौकरी के लिए इधर उधर-भटकने और नकारात्मक प्रभावों के अलावा संकट के पहाड़ तोड़ने का कार्य करता है।

ऐसी स्थिति में जातक जीवन में आगे बढ़ पाने में समर्थ रहता है और जीवन में समस्याओं अथवा दुर्घटनाओं होने की संभावना अधिक हो जाती है।वहीं माना जाता है की यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में शनि ग्रह उच्च अथवा शुभ स्थिति में हो तो वह जातक को रंक से राजा बनाने, उन्नतिवान, कार्यों में सफलता, व्यापार में वृद्धि और धन की आपार वर्षा कराने का कार्य करते हैं। ऐसा माना जाता है की कुंडली में शनि शुभ हो तो वह बिना मेहनत के भी व्यवसाय में बढ़ोत्तरी, उन्नतिशील, समाज में अच्छा नाम और धन-दौलत से परिपूर्ण बना सकता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव करियर, आर्थिक जीवन, शिक्षा, नौकरी, विवाह और व्यवसाय आदि के मालिक होते हैं। जातक को बिना मेहनत फल तब प्राप्त होते हैं जब शनि का गोचर अपनी ही राशि में या फिर उच्च राशि में होता है।क्योंकि ऐसी स्थिति में शनि कल्याणकारी अथवा शुभकारी परिणाम देने वाला होता है जिसमें जातक को अच्छे फलों की प्राप्ति होती है। शनि ग्रह की यह स्थिति जातक को सुख समृद्ध और धन दौलत आदि से परिपूर्ण बनाती है जिससे जातक आर्थिक रूप से भी मजबूत होता है।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राशिफल 2023 के माध्यम से शनि गोचर 2023 कई जातकों को लंबी उम्र जीने का बरदान प्राप्त कराने का कार्य करेगा। जिसके फलस्वरूप शनि देव जातकों को उनके पिछले जन्म में किए गए कर्मों के अनुसार परिणाम प्रदान करेंगे। वहीं अगर देखा जाए तो बहुत से जातकों के कार्म खराब होंगे जिसके फलस्वरूप शनि देव उन्हे संकट अथवा दण्ड देने का कार्य कर सकते हैं।


शनि गोचर 2023 की तिथि और समय । Saturn transit 2023 Date and Time

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर और कुम्भ राशि के स्वामी शनि का वर्ष 2023 में होने वाला गोचर अब अलग-अलग रूपों में दिखाई देगा। ऐसे में शनि कभी गोचर करेगा, कभी वक्री होगा तो कभी अस्त अवस्था में होकर लगभग सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन को प्रभावित करने वाला है। जिसके लिए शनि का स्थान बदलना, तिथि और समय कुछ इस प्रकार है- 

वर्ष 2023 में होने वाला शनि गोचर 17 जनवरी 2023 की शाम 05 बजकर 03 मिनट से शुरू होकर अपनी राशि मकर से निकालकर दूसरी राशि कुम्भ में गोचर करेगा । उसके बाद 30 जनवरी 2023 की सुबह 12 बजकर 01 मिनट पर अपनी ही राशि कुम्भ से होते हुए सूर्य के इतने नजदीक आ जाएगा की वह अस्त हो जाएगा जिसके कारण सूर्य की शक्ति और तपन शनि के असर को बहुत कमजोर कर देगी। ऐसे में शनि 6 मार्च 2023 तक बना रहेगा।

उसके बाद रात के 11 बकर 34 मिनट पर अपनी स्थिति यानि अस्त अवस्था से निकलते हुए उदय हो जाएगा। इसके बाद कुम्भ राशि में 17 जून 2023 को रात में 10 बजकर 47 मिनट पर वक्री होकर सभी राशियों पर अपना असर दिखाएगा। शनि वक्री होने के बाद लंबे समय तक यानि 4 नवंबर 2023 तक रहेगा जिसमें सभी राशियों के जातकों को इसके प्रभाव सहने पड़ेंगे। 4 नवंबर 2023 की सुबह 8 बजकर 27 मिनट वक्रिय स्थिति से बाहर निकलते हुए कुम्भ राशि में दुबारा से कार्यरत हो जाएगा। 

शनि गोचर 2023 कि विस्तृत जानकारी को सारणी में समय और तिथि के साथ आसान और सटीक शब्दों में बताया गया है।  

शनि का राशि परिवर्तन तिथि   समय 
कुम्भ में गोचर 17 जनवरी 202305:04 PM
कुम्भ में अस्त30 जनवरी 202312:02 AM
कुम्भ में उदय6 मार्च 202311:36 PM
कुम्भ में वक्री17 जून 202310:48 PM
कुम्भ में मार्गी 4 नवंबर 20238:26 AM

हमारे अनुभवी ज्योतिष आचार्यों के द्वारा कि गई गणना के अनुसार शनि गोचर 2023 का सभी 12 राशियों पर कैसा और क्या परभाव रहेगा यह आपको इस लेख में मिलेगा साथ ही शनि गोचर से होने वाले अशुभ या नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए सभी 12 राशियों के सटीक और कल्याणकारी उपाय भी दिये गय हैं। जो कुछ इस प्रकार है। 


शनि गोचर मेष राशिफल 2023 शनि गोचर वृषभ राशिफल 2023 शनि गोचर मिथुन राशिफल 2023  
शनि गोचर कर्क राशिफल 2023  शनि गोचर सिंह राशिफल 2023  शनि गोचर कन्या राशिफल 2023 
शनि गोचर तुला राशिफल 2023  शनि गोचर वृश्चिक राशिफल 2023  शनि गोचर धनु राशिफल 2023  
शनि गोचर मकर राशिफल 2023  शनि गोचर कुम्भ राशिफल 2023  शनि गोचर मीन राशिफल 2023  

 शनि गोचर 2023 का मेष राशि पर प्रभाव । Shani Gochar 2023 Mesh Rashifal

शनि गोचर 2023

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि शनि कि नीच राशि होती है और दसवे अथवा ग्यारहवे भाव के स्वामी भी होते हैं। जिसके लिए शनि गोचर 2023 मेष राशि के लिए कैसा प्रभाव रहेगा वह नते हैं। गणना के अनुसार शनि गोचर 2023-  नववर्ष कि शुरुआत में शनि मेष राशि के दसम भाव यानि आपके कर्म भाव में होगा जिसमें 16 जनवरी 2023 तक रहेगा इसके बाद शनि कुम्भ राशि में गोचर करेंगे 17 जन 2023। शनि गोचर 2023 का मेष राशि पर भाव प्रभाव – एकादश भाव में होकर लगन , पंचम और अष्टम भाव में दृष्टि डालेंगे। 

शनि गोचर 2023 मेष राशि – स्वस्थ्य जीवन  

वर्ष की शुरूयात में मेष राशि के जातकों को हृदय से जुड़ी समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है। इस समय मेष राशि के जातक को अपने खान-पान और सेहत का विशेष ध्यान देना चाहिए और आलस अथवा लापरवाही को त्यागने कि आवश्यकता होगी। लेकिन ऐसे में अधिक जिम करना या किसी भी चीज को जरूरत से ज्यादा करना खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए सावधान रहने कि सलाह दी जाती है।

17 जनवरी के बाद जब एकादश भाव में गोचर होगा तब कुछ अच्छे बदलाव नज़र आएंगे जिसकी वजह से जातक के स्वस्थ्य जीवन में सुखद परिवर्तन होंगे।  इस दौरान जातक को अपनी पुरानी बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। अच्छे डॉक्टर की तलाश भी खतम हो जाएगी। ज़ लेकिन याद रहे सेहत के मामले में शनि गोचर 2023 के दौरान बेहद सावधानी बरतने कि आवश्यकता होगी।


शनि गोचर 2023 मेष राशि- करियर

मेष राशि के जातक जो नौकरी पेशा है तो उन्हे अपने बेहतर करियर के लिए अपने लक्ष्य पर ध्यान देने कि आवश्यकता होगी। जातक को अपने कार्यस्थल पर स्थित होकर कार्य करना चाहिए। इस दौरान ( 16 जन 2023 से पहले ) शनि का प्रभाव आपकी राशि के तृतीय दृष्टि बारहवे भाव में होने से कार्यक्षेत्र या फिर नौकरी आदि में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसमें आपको बड़ी हानी होने कि भी संभावना बनती दिखाई दे रही है।

16 जनवरी 2023 के दौरान शनि के सकारात्मक प्रभाव से कार्यक्षेत्र में अच्छे संबंध होने से नौकरीपेशा जातक आगे बढ़ेगा। जातक को अपने करियर में उन्नति प्राप्त होगी और कार्यक्षेत्र में मेहनत के अनुसार फलों कि प्राप्ति होगी जिसके लिए आपको अच्छे फलों कि प्राप्ति के लिए इस दौरान मेहनत करने कि आवश्यकता होगी।


शनि गोचर 2023 मेष राशि – आर्थिक जीवन

शनि का प्रभाव 30 जनवरी 2023 तक अच्छा रहेगा लेकिन उसके बाद शनि ग्यारहवे भाव में अस्त हो जाने से मेष राशि के जातकों को बड़ी धन हानि होने कि संभावना बनेगी। ऐसे में जातक कि आमदनी कम लेकिन खर्चे अधिक होंगे जिसके कारण जातक को आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ेगा।

इसके बाद शनि 6 मार्च 2023 को अपनी अस्त अवस्था से बाहर निकलते हुए जब उदय होगा तब वह जातक को आर्थिक परेशानियों से मुक्त होने में मदद करेगा, इच्छाओं को पूरा करने में सफल होगा। धन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने और आर्थिक तंगी को सुधारने में मददगार साबित होगा। जातक अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ खर्चों में भी कमी कर पाने और धन बचाने में सक्षम होगा।


शनि गोचर 2023 मेष राशि – वैवाहिक जीवन

जब शनि 17 जून 2023 को एकादश भाव में वक्री होना शुरू करेगा तब जातक को वैवाहिक जीवन में कई सारी समस्याओं से झुझना पड़ सकता है। इस दौरान जीवनसाथी के साथ संबंध खराब होंगे, नकारात्मक प्रभावों के चलते जातक सही और गलत का अंदाजा नही लगा पाएगा। जातक का आपसी मतभेद संतान के लिए कष्टकारक साबित होगी।

इस दौरान कई जातक पुत्र संतति कि इच्छा रखने वाले होंगे लेकिन उन्हे अभी और इंतजार करने कि आवश्यकता होगी। जातक को इस दौरान सोच-विचार कर कदम उठाने कि जरूरत होगी अन्यथा बहुत बड़ी मुसीबत में फस सकता है। जातक अपने वैवाहिक जीवन को मधुर बनाए रखने के लिए जातक को अपने आपसी मतभेदों में कमी करने कि बेहद जरूरत होगी। 


शनि गोचर 2023 मेष राशि – व्यापार 

मेष राशि के जातकों के लिए व्यापार में 17 जून से 04 नवम्बर तक का समय बेहद समस्या कारक साबित होगा। इस दौरान जातक को अपने कार्यों में धोखे के कारण नुकसान सहना पड़ सकता है। लेकिन जब इसके बाद शनि ग्यारहवे भाव में दुबारा से मार्गी होकर निकलेगा तब जातक अपने व्यापार में अच्छा धन लाभ अमाएगा। जातक अपने व्यापार को अलग-अलग क्षेत्रों में फैलाने में सफल होगा। इसके बाद जब 30 अक्टूबर केतु अपना गोचर कन्या राशि में करेगा तब शनि और केतु आपस में मिलकर षडाष्टक योग बनाएगे।

जिसके प्रभाव से जातक अपने कार्यक्षेत्र में ध्यान केन्द्रित नही कर पाएगा, व्यापार को बढ़ाने के लिए बढाय गए कदम पीछे ले सकता है। जातक का मन ऊभ जाने से वह अपने व्यापार को छोडकर किसी दूसरे का कार्य करने लगेगा, जातक परेशान होकर गलत तरीके से धन कमाने का विचार करेगा लेकिन उसमें भी उसे नुकसान झेलना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में जातक को ऐसे कदम उठाने और अपने व्यापार को छोडने से बचना चाहिए और समझ बुझ से काम लेने कि आवश्यकता होगी अन्यथा चारो ओर से बरवाद हो सकता है। यह योग जातक को आकाल कि ओर ले जा सकता है इसलिए सावधानी बेहद जरूरी होगी।


मेष राशि में शनि गोचर 2023 का सामान्य उपाय

मंगलवार और शनिवार के दिन बजरंग बाण का पाठ करने से जातक को इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं में सुधार होता है। व्यक्तिगत उपाय के लिए संपरक करें। 


यह गोचर ( शनि राशि परिवर्तन 2023) आपके चन्द्र और लग्न राशि के आधार पर सामान्य दृष्टि से लिखा गया है । इसके उपाय भी सामान्य है। सभी जातकों से यह अनुरोध है कि राशिफल पढ़ने के बाद अपनी कुंडली का विश्लेषण ज़रूर करवाएँ ताकि इस राशिफल के सकारात्मक पहलू को बढ़ा सकें और नकारात्मक हिस्से को कम कर सकें।