वृश्चिक राशि का परिचय और विशेषताएँ

वृश्चिक राशि का स्वभाव और व्यक्तित्व 

वृश्चिक

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल ग्रह होता है। ज्योतिष में मंगल ग्रह को साहस और सामर्थ्य का कारक माना जाता है। वृश्चिक राशि के जातकों का स्वभाव देखा जाए तो ये बाहर से बहुत गुस्सैल या हम कह सकते हैं कठोर और अंदर से बहुत कोमल होते हैं।

वृश्चिक राशि के जातक समाज में प्रचलित और विख्यात होते हैं। इस राशि के लोग जो थान लेते हैं वह किए बिना पीछे नही हटते फिर चाहे इनके साथ कुछ भी कर लिया जाए। इस राशि के लोग जल्दी किसी काम के लिए हार नही मानते हैं। अगर इनकी स्थिति खराब हो और कोई इनके खराब हालात का फायदा उठाना चाहे तो वह इन्हे किसी भी हाल में हरा नही सकता है।

इस राशि के लोगों का स्वभाव अच्छा होता है जिसके कारण समाज में इनका नाम भी बहुत होता है और इनका बुरा चाहने वाले भी बहुत होते हैं। जो इन्हे सिर्फ नीचा दिखाने की कोशिश करते रहते हैं। इनके शत्रु भी बहुत होते है, लेकिन इनका वे कुछ बिगाड़ नही पाते हैं। वृश्चिक राशि के लोग सिर्फ कानों सुनी बात पर विश्वास रखते हैं। वृश्चिक राशि के लोग अपने अनुसार बनाय गय नियम से ही काम करना पसंद करते हैं।

ये परंपरागत बातों और चीजों पर ज्यादा विश्वास नही रखते हैं। वृश्चिक राशि के लोगों को चुनौतीपूर्ण कार्य करना बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि इनका ज़्यादातर ये विचार होता है की साधारण कार्य तो कोई भी कर लेगा लेकिन मुश्किल कार्य हम जैसे लोग ही कर पाते हैं। 


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वृश्चिक राशि के जातकों की खामियाँ 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोगों को अपना काम दूसरों से करवाना बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि ये अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना पसंद करते हैं। ये घमंडी और गुस्सैल भी बहुत ज्यादा होते हैं। कभी-कभी अगर इन्हे कोई काम के लिए मना कर देता है। इस राशि के लोग अपने मतलब के लिए बहुत ज्यादा मतलबी भी बन जाते हैं। ये लोगों को सरेआम चुनौतियाँ देना पसंद करते हैं।

ये बीमार लोगों से खुद को दूर रखते हैं। इनके अंदर काम करने की शक्ति बहुत होती है। यदि ये किसी कार्य को साझेदारी से करते हैं तो ये हमेशा अपना फायदा देखते हैं फिर चाहे साझेदार का नुकसान हो या फायदा। अपने शत्रुओं के लिए बहुत बुरे होते हैं। ये कभी-कभी अपने कार्यों में ईमानदारी दिखाते हैं लेकिन जब ये ईमानदारी दिखाते हैं तो इनके साथ अक्सर धोखा होता है। यदि ये किसी कार्य को करने का संकल्प करते हैं तो फिर उसे पूरा किए बिना दूसरे कार्य में हाथ नही लगाते हैं।

वृश्चिक राशि के लोग ज़्यादातर समाज से जुड़े कार्यों में अपना कर्तव्य निभाते हैं लेकिन राजनीति में जीतने लोग आपके पक्ष में होते हैं उससे कई गुना ज्यादा आपके विपक्षी होते हैं। इस राशि के लोग छोटी-छोटी बात पर बुरा मान जाते हैं और बहुत गुस्सा करने लगते हैं। ये ज़्यादातर कार्यों में अपना फायदा देखते हैं लेकिन इसके कारण इन्हे कभी-कभी नुकसान का भी मुख देखना पड़ सकता है।  


वृश्चिक राशि का प्रेम जीवन ( लव लाइफ )

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों का प्रेम जीवन रोमांस से भरा हुआ होता है। ये प्यार के मामले में बहुत आगे रहते हैं। जो इनसे प्यार करता है और इनका जीवनसाथी बनाता है वह कभी प्यार के लिए दुखी नही रहता है। वृश्चिक राशि के जातकों की ओर महिलाएं बहुत ज्यादा आकर्षित होते हैं, क्योंकि ये आशिक मिजाज के होते हैं। ये कमजोर दिल होते हैं। अगर इनके दिल के साथ कोई खेलता है तो ये अपने जीवन में उदासी महसूस करते हैं।

ये जिससे प्यार करते हैं उसकी सभी जरूरते पूरी करने का प्रयास करते रहते हैं। ये अपने जीवन में हमेशा ऐसे साथी की तलास में रहते हैं जो इन्हे शारीरिक संबंधो से बेहद प्रसन्न रख सके। ये हमेशा सही और समझदार साथी की तलास के कारण अकेले भी रह जाते हैं।

जब ये किसी की ओर आकर्षित होते हैं और इनके मन में उस व्यक्ति के लिए प्यार जग जाता है तो ये खुद को उसके लिए पूर्ण समर्पित कर देते हैं। इनके वैवाहिक जीवन को देखा जाए तो ये हमेशा रोमांटिक माहौल बना कर रखते है। जो जातक इनसे विवाह करता है वह जीवन में कभी प्यार के लिए उदास नही रह सकता है, क्योंकि वृश्चिक राशि के जातक समझदार होने के साथ-साथ प्यार से परिपूर्ण होते हैं।  


वृश्चिक राशि का स्वास्थ्य

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों का स्वास्थ्य थोड़ा गड़बड़ रहता है। वृश्चिक राशि के जातकों को सबसे ज्यादा गुप्तांगों में समस्या होती रहती है। इन्हे नाक, कान, और हड्डियों में परेशानी की संभावना बनी रहती है, क्योंकि छोटी सी गलती बड़ी मुसीबत में दाल देती है।

वृश्चिक राशि के जातकों को ऐसे गुप्तांग जो इन्हे अपनी पीड़ी चलाने के लिए संतान की उत्पत्ति करते हैं ( जैसे- योनि और लिंग ) उनमें भी समस्याएँ उत्पन्न हो जाती है। इन्हे पेशाब, गर्दन, किडनी, गुर्दे का रोग आदि से जुड़ी समस्या होने का भी भौत दर रहता है। इस राशि के जातकों को बुध गृह के प्रभाव से बवासीर और अक्सर जैसे रोगों से ग्रसित होना पड़ सकता है। इस राशि के लोगों की शारीरिक बनावट लंबी चौड़ी होती है लेकिन बुध गृह के कारण ये नपुनशकता के शिकार हो जाते हैं।