तुला राशि का परिचय और विशेषताएँ

तुला राशि का स्वभाव और व्यक्तित्व

तुला राशि

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह होता है। ज्योतिष में शुक्र ग्रह को धन और लक्षमी का कारक माना जाता है। ये राशि चक्र में सातवी राशि होती है। तुला राशि स्वभाव लोगों की मदद करने वाला होता है। ये गलत चीजों पर आवाज उठाते हैं फिर चाहे इनके साथ कोई हो या न हो।

यदि कोई काम इन्हे सही लगता है तो ये बिना सोचे समझे उसमें अपना पैसा लगा देते हैं हैं लेकिन जो गलत लगता है उससे खुद को दूर रखना ही बेहतर समझते हैं। यदि इनके माता-पिता किसी काम को लेकर मना करते हैं तो ये उस कार्य में खुद को असुरक्षित महसूस करने लगते हैं। इनका व्यक्तित्व अच्छी चीजों को समझने वाला और उसके अनुसार काम करने वाला होता है। कन्या राशि के जातक अपने जीवन में एक सिद्धांत पर काम करना पसंद करते है।

कन्या राशि के जातक तर्क पर आधारित होते हैं। ये चीजों को बारीकी से देखना पसंद करते हैं। ये लोग समाज के अनुसार चलने वाले होते हैं। सत्या का साथ देने वाले, और लोगों को न्याय दिलाने वाले भी होते हैं। ये कार्यों को इस प्रकार करते हैं की सामने वाले इंसान को पीटीए भी नही चलेगा और ये अपना काम पूरा कर देते हैं।

अपने आके ये किसी ओर की बात को सहमति नही देते हैं। यदि इनका समय खराब होता है तो ये उन कार्यों को महतवाता नही देते हैं जिसके कारण इनके और सभी काम रुक जाते हैं। ये खुद को लड़ाई झगड़ों से बहुत दूर रखना चाहते हैं, जिसके कारण कभी किसी से बहस करना पसंद नही करते हैं।


यह भी पढ़ें- शनि गोचर 2023रुद्राक्ष के बारे में जाने


तुला राशि के जातकों की खामियाँ 

तुला राशि

तुला राशि के जातक शांतिप्रिय होते हैं लेकिन ज़्ब इनके साथ कोई गलत करता है तो इनका गुस्सा धरती आसमान दोनों को एक कर देता है। इनके अंदर सहनशील क्षमता कम होती है जिसके कारण ये जल्दी बातों को अपने दिमाग से निकाल नही पाते हैं। ये हालांकि आकर्षक होते हैं परंतु ये जल्दी किसी के झासे में नही आते है यदि आ गए तो फिर दूर जाने का नाम नही लेते हैं।

ये कार्यों में भी कभी-कभी जल्दबाज़ी करने लगते हैं, जिसके कारण आपको नुकसान की स्थितियों का सामना करना पड़ता है। ये अपने फैसले करने में भी मुसीबत महसूस करते हैं। ये और सभी राशि के जातकों से ज्यादा अनुभावशील होते हैं। ये हमेशा अच्छा और बेहतर करने का प्रयास करते हैं लेकिन इन्हे कभी-कभी निराश होना पड़ता है। मौका मिलने पर ये अपना हिस्सा नही छोडते हैं।

यदि इन्हे अपना हिस्सा इज्जत से न मिले तो ये बेज्जती पर भी उतारू हो जाते हैं। ये अपनी इज्जत को ज्यादा महत्वता देते है फिर चाहे कुछ भी हो जाए। यदि इनका भाई-बहन इनके साथ किसी भी तरह की चालबाजी करता है तो ये उसे अपने जीवन में कुछ नही समझते हैं कई बार तो अपना रिश्ता खत्म करने तक का फैसला कर लेते हैं। क्योंकि इन्हे इज्जत से प्यार होता है। तुला राशि के बच्चे बड़े शैतान होते हैं। 


तुला राशि का प्रेम जीवन ( लव लाइफ ) 

तुला राशि

तुला राशि के जातकों का प्रेम जीवन देखा जाए तो खुशनुमा रहता है, क्योंकि ये अपने प्रेमी/प्रेमिका से अधिक प्रेम के कारण उनके अंदर प्यार की भावना जगाए रखना चाहते हैं। तुला राशि के लोगों की ओर लड़कियां और महिलाएं ज्यादा आकर्षित होती हैं। तुला राशि के लोग बड़े रोमांटिक होते हैं, ये अपने प्रिय के साथ हमेशा रोमांटिक हरकते करते रहते हैं।

ये अपने रिश्ते में किसी भी तारह का बदलाव पसंद नही करते हैं। अपने और अपने प्रेमी/प्रेमिका के बीच प्यार को स्थिर बनाए रखने का प्रयास करते हैं। कन्या राशि के लोग अपने प्रिय की भावनाओं को अच्छी तरह समझते है और उन्हे अपने प्यार में पूरी तरह डूबा लेते हैं। इनका हाल कुछ इस प्रकार होता है जैसे- इनका प्रेमी/प्रेमिका जितना प्यार इनसे करता है ये ठीक उससे दो गुना ज्यादा करने का प्रयास करते हैं। ( तुला राशि की लव लाइफ )

तुला राशि के जातक अपने प्रेम जीवन में जो भी फैसला करते हैं इन्हे उस फैसले से ज़्यादातर सफलता मिलती है। तुला राशि का दांपत्य जीवन को देखा जाए तो ये अपने साथी को खुश करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। तुला राशि के जातक अपने जीवनसाथी के साथ-साथ अपने परिवार के साथ भी अच्छे संबंध बनाने का प्रयास करते रहते हैं। प्रेम सम्बन्धों में ये बड़े सुंदर होते हैं। अन्य लोगों की नजरों में तुला राशि का जातक बेहतरीन और सुंदर माना जाता है।  


तुला राशि का स्वास्थ्य

तुला राशि

तुला राशि के जातकों का स्वास्थ्य देखा जाए तो जीवन बहुत मुश्किल भरा रहता है। इन्हे अक्सर हड्डियों, त्वचा और मस्तिष्क से जुड़ी परेशानियाँ होती रहती है। कभी-कभी तुला राशि के परूष इन सब कारणों की वजह से खुद को तनाव पूर्ण महसूस करने लगते हैं जिसके कारण वे नशे से संबन्धित चीजों का सेवन करने लगते हैं।

इन्हे नींद की समस्या भी अधिक रहती है। तुला राशि के जातकों को रीड़ में दर्द, कमर, सिर और गुप्तांगों में दर्द की समस्या भी पैदा हो जाती है। तुला राशि का स्वामी बुध है जिसके प्रभाव से कभी-कभी जातक को नपुंशकता का भी शिकार होना पड़ जाता है। ये मीठी चीजें ज्यादा पसंद करते हैं जिसके कारण इन्हे डायबटीज़ की भी समस्या का डर बना रहता है। तले हुए भोजन के भी बहुत शौकीन होते हैं, जिसके कारण अक्सर इनका वजन ज्यादा होता है।