कर्क राशि का परिचय और विशेषताएँ

कर्क राशि का स्वभाव और व्यक्तित्व 

कर्क राशि

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि का स्वामी चन्द्र ग्रह होता है। ज्योतिष में चन्द्र ग्रह को सृजनशीलता और श्रेष्ठ बुद्धि का कारक माना जाता है। कर्क राशि के जातकों की बात करे तो ये पूर्ण विश्वासी होते हैं। ये जिन्हे अपना मानते हैं उनके लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते है और उनकी बहुत ज्यादा फिक्र करने वाले होते हैं। ये कभी-कभी जिसे अपना समझते हैं उसके ऊपर अपना पूरा हुकमाना जमाने लगते हैं।

ये अपने रिश्तों को बहुत मजबूत और मायने रखते हैं। ये अपने द्वारा बनाए गय नियमों के हिसाब से अपना जीवन जीते हैं न की किसी और के हिसाब से। कर्क राशि के जातक ज़्यादातर मन से साफ और कोमल हृदय वाले होते हैं लेकिन बाहर से बड़े गुस्सैल, घमंडी स्वभाव के प्रतीत होते हैं। ये अपने माता-पिता के लिए भी बहुत करते हैं, क्योंकि ये अपने माता-पिता का सम्मान करने वाले होते हैं। ये शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ने की क्षमता रखते हैं।

कर्क राशि के जातक जिस किसी क्षेत्र में अपना कदम रखते हैं उस क्षेत्र में सफलता प्राप्त किए बिना अपना कदम पीछे नही हटाते हैं। इस राशि के लोगों की विचार करने और उन्हे अपने दिमाग में याद रखने की क्षमता बहुत अच्छी होती है। ये कभी-कभी अपने आप में आलस भी दिखाते हैं जिसके कारण इन्हे थोड़ा कमजोर भी कहा जाता है। नई बात सोचने की क्षमता इनकी बहुत अच्छी होती है। 


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कर्क राशि के जातकों की खामियाँ

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों की इच्छा शक्ति अच्छी होती है जिससे ये अपने सामने वाले इंसान के मन की बात समझ सकते हैं लेकिन ये कभी-कभी समझते हुए भी नजरन्दाज करते हैं। इनकी भाषा शैली अच्छी होती है लेकिन जब ये गुस्से में होते है तो ये अभद्र भाषा का भी उपयोग करने लगते हैं। ये बड़े ही चालाक होते हैं क्योंकि ये अपने मतलब के लिए ही लोगों से मित्रता करना पसंद करते हैं।

इनकी लापरवाही के कारण कभी-कभी ये कमजोर बुद्धि वाले भी कहे जाते हैं। इनके अंदर भगवान के प्रति बहुत विश्वास होता है लेकिन जब इनका कोई काम खराब होता है तब इनका भगवान के प्रति विश्वास थोड़ा कम सा हो जाता है। कर्क राशि के कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो अपने काम के बिगड़ने पर पगला से जाते हैं। ये कभी-कभी बहुत हठी बन जाते हैं। यदि इन्हे इनका अधिकार न मिले तो ये अपनाधिकार जबरदस्ती लेने का प्रयास करने लगते हैं।

इस राशि के लोग भावनाओं में खोय रहते हैं जिसके कारण ये अपने साथ-साथ किसी ओर की गलती को भी नही भूल पाते हैं। इनसे जो मित्रता करता है वो कभी-कभी बहुत अधिक प्रसन्न होता है लेकिन कभी-कभी बे इनकी बजह से सबसे ज्यादा दुखी हो जाते हैं। कर्क राशि के जातक सावधानी से काम करते हैं लेकिन कभी-कभी ये जल्दबाज़ी भी करने लगते हैं। 


कर्क राशि का प्रेम जीवन ( लव लाइफ ) 

कर्क राशि

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि के जातकों का प्रेम जीवन मिश्रित परिणामों से भरा होता है। ये जिससे प्यार करते हैं उसकी खुशियों के लिए खुद को भी कुर्बान कर देते हैं। ये अपने प्रेमी/प्रेमिका के साथ ज्यादा से क्याड़ा समय व्यतीत करना पसंद करते हैं। कर्क राशि के लोग अधिक भावपूर्ण होने के कारण जरूरतमंद चीजों को ज्यादा महत्वता देते हैं।

इस राशि के लोगों को जिसके ऊपर विश्वास नही होता ये उनकी चिकनी चुपड़ी बातों में कभी नहीं आते फिर चाहे वह कितना भी प्रयास क्यू न कर ले। कर्क राशि के लोगों का दांपत्य जीवन साधारण रहता है लेकिन इनके और इनके जीवनसाथी के बीच प्यार बहुत होता है। ये अपने जीवनसाथी के की खुशी के लिए हर संभव प्रयास करते रहते हैं। ( कर्क राशि की लव लाइफ )

इन्हे दूसरों को देखकर अपने प्रिय के साथ समय व्यतीत करना और शारीरिक संबंध बनाना अच्छा लगता है। ये जिससे प्यार करते हैं यदि वह इनके साथ धोखा करे तो ये फिर चाहे कुछ भी हो जाए उस व्यक्ति के करीब नही जाते हैं इसीलिए इन्हे हठी कहा जाता है। 


कर्क राशि का स्वास्थ्य

कर्क राशि

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि के लोगों का स्वास्थ्य उतार-चढ़ाव की स्थितियों से भरा रहता है। इस राशि के लोगों को अक्सर होने वाली बीमारियाँ जैसे- पेट में दर्द, पेट में गैस बनना, लीवर, खांसी, कफ और आंतों से संबंधित परेशानियाँ होती रहती हैं। अधिक भावुक होने के कारण इस राशि के लोगों को थकावट, आलस, कमजोरी और मानसिक तनाव जैसी समस्याओं का भी सामना कर्ण पड़ता है।

ये कभी-कभी अधिक मेहनत का कार्य करने लगते हैं जिसके कारण पेट में समस्या उत्पन्न होती है। कर्क राशि के लोग अपनी मर्जी से चलते हैं जिसके कारण कभी-कभी छोटी गलती शारीरिक समस्यों का कारण बन जाती है। यदि ये मोबाइल फोन और लैपटाप का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो इन्हे आँखों से जुड़ी समस्या का भी शिकार होना पड़ जाता है।

बीमारी और समस्याओं के कारण कई जातक 35 वर्ष की उम्र तक ही बूढ़े दिखने लगते हैं। उम्र के साथ-साथ इनका वजन भी बढ्ने लगता है और शारीरिक रंग रूप में भी कमी आने लग जाती है। इनके शरीर की बनबाट न ज्यादा चौड़ी और न ज्यादा पतली होती है। कर्क राशि के लोग अक्सर गोरे रंग के होते हैं।