Table of Contents
show
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के उपाय। Uttara Bhadrapada Nakshatra Remedy
- भगवान विष्णु और भगवान शिव की आराधना करने से जातक को जीवन में अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं और नक्षत्र को बल मिलता है।
- माँ दुर्गा की पूजा वंदना करने से इससे उत्पन्न होने वाले कष्ट दूर होते हैं और होने वाली रुकावटों से छुटकारा मिलता है।
- यदि कुंडलिनी जागरण करने का प्रयास किया जाए तो जातक को इसके अशुभ प्रभावों से बचने में आसानी हो सकती है।
- यदि जातक इसके अशुभ प्रभावों से बचना चाहता है तो वह इसके बीज मंत्र का जाप कर सकता है जो सबसे लाभकारी साबित होगा।
- उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का बीज मंत्र “ऊँ शं”, “ऊँ सं” का जाप कम से कम 108 बार प्रतिदिन करना चाहिए इसके प्रभाव से अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।
- उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के दिन यदि बीज मंत्र या इससे संबंधित मंत्र का जाप किया जाए तो बेहद लाभ प्राप्त होता है।
- विष्णु सहस्त्रानाम का पाठ करके भी इसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।
- विष्णु भगवान के किसी भी स्वरूप की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तीर्थ यात्राएं करने से भी अशुभ फलों में कमी आती है।
- भगवान शिव और विष्णु जी के अवतारों की आराधना करने से बेहद लाभ प्राप्त होता है।
- नीले अथवा पीले वस्त्रों का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए इससे नक्षत्र को बल प्राप्त होता है।
- उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के देवता अहिर्बुध्न्य का पूजन प्रतिदिन करने से इस नक्षत्र में उत्पन्न जातक को लाभ मिलता है और अशुभता दूर होती है।
- महामृत्युंजय अष्टक का पाठ भी लाभकारी सिद्ध होता है। शनि धूप बहुत कारगर उपाय है।
- अश्वत्थ की जड़ गले अथवा बाजू में ताबीज की तरह पहनने से नकारात्मक्ता को दूर किया जा सकता है।
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का वैदिक मंत्र
ऊँ शिवोनामासि स्वधितिस्तेपिता नमस्ते अस्तु मामाहि गूंसी:
निवर्त्तयाम्यायुषेSन्नाद्यायप्प्रजननाय ।
रायस्पोषाय सुप्प्रजास्त्वायसुवीयर्याय ।। ऊँ अहिर्बुध्न्याय नम: ।।
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के नाम अक्षर। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र नामाक्षर
इस नक्षत्र के अनुसार जिस जातक का नाम आता है वह इस नक्षत्र के बताए गए गुण दोषों के समान होगा। उत्तराभाद्रपद के नामाक्षर कुछ इस प्रकार है-
उत्तराभाद्रपद के प्रथम चरण का नाम अक्षर – दू
उत्तराभाद्रपद के द्वितीय चरण का नाम अक्षर – थ
उत्तराभाद्रपद के तृतीय चरण का नाम अक्षर – झ
उत्तराभाद्रपद के चतुर्थ चरण का नाम अक्षर – ञ